आज की व्यस्त जीवनशैली और बिगड़ते खानपान की वजह से कमर दर्द की समस्या ना सिर्फ बुजुर्ग लोगों में बल्कि युवाओं में भी देखी जा सकती हैं। ना चाहते हुए भी आज नहीं तो कल ये परेशानी लोगों को तकलीफ देती है। कई लोग किसी ना किसी तरह से लाइफ को बैलेंस करके चलते हैं लेकिन बहुत से लोग जो ऐसा नही कर पाते उन्हें बढ़ती उम्र में इस असहनीय दर्द से गुजरना पड़ता है।

आज हम आपको अरूणा जी के बारे में बता रहे हैं जो कमर दर्द की समस्या से बेहद परेशान थी। हालात इतने मुश्किल हो चले थे कि उन्हें सही से बैठने में भी दिक्कत होती थी। लेकिन यूनानी नुस्खों की मदद से आज वे सेहतमंद जिंदगी जी रही है। कैसे आया उनके जीवन में ये बदलाव, आइए जानते हैं।
गोवा की रहने वाली अरुणा जी की उम्र 64 साल है। वे काफी दयालु स्वभाव की महिला हैं उन्हें लोगों की मदद करना काफी अच्छा लगता है इसलिए कई लोग उनसे जुड़े हुए हैं, उनका काफी सम्मान भी करते हैं। अरुणा जी आज बेहद खुश और सेहतमंद जिंदगी अपने परिवार के साथ बिता रही है। उनके परिवार में उनके पति, एक बेटा और एक बेटी है जिनकी हाल ही में शादी हुई है। उनके जीवन में सबकुछ अच्छा चल रहा था लेकिन धीरे धीरे कमर दर्द की समस्या ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया था। शुरू में दर्द कम था पर समय के साथ धीरे धीरे परेशानी बढ़ती ही जा रही थी। जिसकी वजह से उनका उठना-बैठना भी काफी मुश्किल हो गया। चलना तो उनके लिए और भी मुश्किल था। पैरों में सूजन रहती थी जिसकी वजह से वे खुद का ही काम समय से नही कर पाती थी। उन्होंने कई दवाओं का सेवन भी किया पर फिर भी उनकी समस्या में कोई सुधार नहीं हुआ। एक तरफ कमर की समस्या और दूसरी तरफ घर की चिंता। दोनों से अब अरुणा जी काफी परेशान हो चुकी थीं। आपको बता दें उन्होंने स्वस्थ होने की उम्मीद ही छोड़ दी थी। वह बस अपना पुराना समय याद करके ही आगे का जीवन काट रही थीं। लेकिन वक्त कितना भी बुरा हो उसकी एक अच्छी आदत होती है कि वह गुजर ही जाता है। अरुणा जी का वक्त भी गुजरने वाला था बस देरी थी उस इंसान के मिलने की जो उन्हें इस समस्या से बाहर निकाल सके। शायद वो वक्त भी आ चुका था। इसी बीच वे एक ऐसे व्यक्ति से जुड़ी जिनके पास उनकी समस्याओं का हल था। उनका नाम है हकीम सुलेमान खान साहब।
दरअसल रोजाना की तरह टी.वी देखते हुए अरुणा जी की नजर यूनानी के मशहूर हकीम सुलेमान खान साहब के बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी पर पड़ी। जिसमें हकीम जी लोगों को उनकी समस्याओं के लिए बेहतरीन नुस्खे बता रहे थे। उन्हें हकीम जी का समझाने का तरीका बेहद पसंद आया। वे हकीम जी से काफी प्रभावित हुई क्योंकि वे ऐसा मानती है कि वे किसी चीज के लिए दवाब नहीं बनाते और उनके आसान से नुस्खों से भी लोगों को काफी आराम मिल जाता।
ये देखते हुए उन्होंने भी स्क्रिन पर दिखाए जा रहे नंबर के जरिए हकीम जी से संपर्क किया और अपनी परेशानी बताई। हकीम जी ने उनकी परेशानी को समझते हुए गोंद सियाह इस्तेमाल करने की सलाह दी। उन्होंने बिना देर किए ATIYA HERBS से गोंद सियाह और हकीम जी के कहे अनुसार R-CARE और T-CARE को मंगवाया। यूनानी बूटी के इस्तेमाल से शुरू में तो उन्हें उतना महसूस नहीं हुआ। लेकिन जैसे-जैसे समय बितता गया उन्हें आराम महसूस होने लगा। जिससे वे काफी खुश हुई जहां वे पहले सही से बैठ भी नहीं पा रही था आज आराम से चलती हैं, पूरा घर अकेले संभाल लेती हैं।
अरुणा जी ने खास बातचीत में बताया कि उन्हें कई सारी समस्याएं थी वे चक्कर और ब्लड प्रेशर की समस्या से भी जूझ रही थी जिसके लिए उन्होंने जैतून के सिरके का इस्तेमाल किया। हकीम साहब के घरेलू नुस्खे और यूनानी जड़ी बूटी को अपनाकर वे खुद को स्वस्थ होता देख रही थी। जिसका सारा श्रेय वे हकीम सुलेमान खान साहब को देना चाहती है। अरुणा जी अपनी सारी समस्याओं में हकीम जी की बूटी इस्तेमाल कर खुद को स्वस्थ कर रही है। वे खुद तो सेहतमंद हो ही रही हैं साथ ही लोगों को भी नुस्खे बताती रहती हैं जिससे आसपास के लोग भी उन्हें डॉक्टर बोलने लग गए हैं। वे बताती है उन्होंने ज्यादतर नुस्खों को लिखकर रखा है जिसका इस्तेमाल वे जरूरत के अनुसार करती रहती हैं। अरूणा जी मानना है कि यूनानी नुस्खे और जड़ी-बूटी असर दिखाने में वक्त लेती है लेकिन समस्या से राहत दिलाने में असरदार हैं। यूनानी बूटी की मदद से वह काफी बेहतर महसूस करने लगी। जिसके लिए हकीम जी का शुक्रिया अदा करते हुए उनकी लंबी उम्र की कामना करती है।
गोंद सियाह क्या है ?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोंद सियाह कैसे मिलता है और यह देखने में कैसा होता है। यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्या है। इसके कालस्कंध (संस्कृत) ग्राम, तेंदू। यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता है। यह एक मध्यप्राण का वृक्ष है जो अनेक शाखाओं प्रशाखाओं से युक्त होता है। गोंद सियाह, पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है वह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है उसे गोंदिया कहते हैं, गोंद सियाह देखने में काले रंग का होता है। यह बहुत ही पौष्टिक होता है उसमें उस पेड़ के औषधीय गुण पाये जाते हैं। गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है जो हमारे जोड़ों के दर्द के साथ शरीर की कई बीमारियों को हम से दूर रख सकता है।
असली गोंद सियाह मंगाने के दिए गए नंबर पर संपर्क करें।
011 6120 5392
- Clinic – The Herbals – Atiya Healthcare
- Address – 21B/6, Basement Near Liberty Cinema, New Rohtak Road, Karol Bagh, New Delhi-5