शरीर दर्द से परेशान सुशीला जी को यूनानी नुस्खों से मिली राहत

New Delhi, India 20 September, 2024

सामान्य तौर पर शरीर में दर्द तब होता है जब या तो हमें थकान होती है या कभी चोट लग जाती है। इस तरह का दर्द हम आजकल के युवा में देखते ही हैं। इसके अलावा और भी कई वजह होती है जैसे नींद की कमी, तनाव, विटामिन की कमी, आयरन की कमी की वजह से भी लोगों को शरीर में कहीं ना कहीं दर्द की समस्या रहती ही है। जिसकी वजह बिगड़ता खानपान और गलत लाइफस्टाइल है। कभी कभी होने वाले शरीर के दर्द को आराम करके कम किया जा सकता है लेकिन जब यही दर्द लंबे समय तक बना रहता है तो किसी बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है ऐसे में जब यही परेशानी बड़ी हो जाती है तो छोटे-छोटे कामों के लिए हमें दूसरे पर निर्भऱ होना पड़ता है। इसलिए दर्द की किसी भी समस्या को ज्यादा वक्त तक नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ऐसे ही आज हम बात करने जा रहे है सुशीला देवी जी की जिन्हें लगभग शरीर के कई हिस्सों में दर्द था पर हकीम जी के नुस्खे अपनाकर उन्होंने दर्द में काफी आराम पाया। आइये जानते हैं कि आज वह कैसे स्वस्थ जीवन बिता रही हैं?

इंदौर की रहने वाली सुशीला देवी जी की उम्र 60 साल है। वह काफी दयालु स्वभाव की महिला हैं लोगों की मदद करना उनका स्वभाव है इसलिए लोग उनका काफी आदर भी करते हैं। परिवार की बात करें तो वह अपने परिवार के साथ काफी खुशहाल समय बिता रही थी। पर वो कहते हैं ना कि अगर जीवन में सुख आता है तो दुख तकलीफ भी आता है और उनके जीवन में भी तकलीफ ने आना शुरू कर दिया था। दरअसल उन्हें शरीर के कई हिस्सों में दर्द होना शुरू हो गया जिसकी वजह से वह चल नहीं पाती थी ना ही कोई काम कर पाती थी। दिनों दिन उनके शरीर में होने वाला दर्द इतना बढ़ गया कि उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। उन्होंने हर जगह से उपचार कराया, कई डॉक्टरों से सलाह ली पर उनके शरीर के कई हिस्सों, हाथ पैरों में दर्द, कमर दर्द बना ही रहता।

सुशीला जी के पति राधेश्याम जी बताते हैं कि इनकी तबियत ऐसी थी कि किसी को हाथ उठाकर नमस्ते भी नहीं कर पाती थी और अगर एक बार उठ गई तो वापस से बैठना तक मुश्किल हो जाता था। उन्होंने बहुत डॉक्टर को दिखाया कई महंगे-महंगे टेस्ट भी करा लिए लेकिन उन्हें इस दर्द से राहत नहीं मिल पा रही थी। हालत ऐसी थी कि बाथरूम भी वे सहारे से जाती थी। सुशीला जी बस इतना चाहती थी कि किसी तरह उन्हें दर्द से आराम मिल जाए। दर्द के साथ-साथ कभी हाथ में कभी कलाइयों में कभी गर्दन में तो कभी कमर में सूजन भी आ जाती थी। उनके पति राधेश्याम जी बताते हैं कि वो जानते हैं कि इस तरह के दर्द में कितनी तकलीफ से गुजरना पड़ता है। सुशीला जी को कई डॉक्टर को दिखाने के बाद भी जब आराम नहीं मिला तो उन्होंने अपना रूख यूनानी दवाओं की तरफ किया। यह सोचेकर की शायद उन्हें अपने दर्द में आराम मिल जाए।

रोजाना की तरह एक दिन टीवी देखते समय उनकी नजर यूनानी मशहूर हकीम सुलेमान खान साहब जी के बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी पर पड़ी जिसके बाद से उन्होंने कुछ वक्त तक शो देखा और टी.वी स्क्रिन पर दिखाए जा रहे नंबर पर कॉल किया और हकीम जी को अपनी समस्या बताई। सुशीला देवी जी की समस्या को सुनने के बाद हकीम जी ने गोंद सियाह, जैतून का नमक और यूनानी बूटी S.CARE को इस्तेमाल करने की सलाह दी। जिसके बाद ATIYA HERBS से राधेश्याम जी ने अपनी पत्नी सुशीला देवी जी के लिए यूनानी जड़ी बूटी मंगवाई और उसका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। बूटी के इस्तेमाल से कुछ ही दिनों में सुशीला देवी जी को वो आराम मिलना शुरू हो गया जो वो चाहती थी। उनके शरीर दर्द, हाथ पैरों में होने वाली सूजन से भी उन्हें काफी आराम मिलने लगा। जिसकी वजह से वे काफी खुश हैं और सेहतमंद जीवन जी रही हैं।

सुशीला जी ने हकीम जी को धन्यवाद करते हुए कहा कि हम उनके शुक्रगुजार हैं और चाहते हैं कि जैसे हमे आराम मिला है वैसे ही सभी लोगों को हकीम जी के घरेलू नुस्खों से आराम मिले। अपनी खुशी जाहिर करते हुए वे कहते हैं कि हम तो चाहते हैं कि हमारी उम्र भी हकीम साहब जी को लग जाये और जैसे वे लोगों की मदद करते रहते हैं वैसे ही करते रहें। अब सुशीला जी के पति राधेश्याम जी खुद के परिवार के लिए हकीम जी के यूनानी नुस्खों का इस्तेमाल कर रहें हैं और साथ ही जिन लोगों को सेहत से जुड़ी समस्याओं से परेशान देखते हैं उन्हें भी यूनानी नुस्खों का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। वे चाहते हैं कि जिस तरह से उनकी पत्नी सुशीला देवी जी को यूनानी जड़ी बूटी की मदद से राहत मिली है वैसे ही बाकि लोग भी स्वस्थ और सेहतमंद जीवन बिताएं।

गोंद सियाह क्या है ?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोंद सियाह कैसे मिलता है और यह देखने में कैसा होता है। यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्या है। इसके कालस्कंध (संस्कृत) ग्राम, तेंदू। यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता है। यह एक मध्यप्राण का वृक्ष है जो अनेक शाखाओं प्रशाखाओं से युक्त होता है। गोंद सियाह, पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है वह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है उसे गोंदिया कहते हैं, गोंद सियाह देखने में काले रंग का होता है। यह बहुत ही पौष्टिक होता है उसमें उस पेड़ के औषधीय गुण पाये जाते हैं। गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है जो हमारे जोड़ों के दर्द के साथ शरीर की कई बीमारियों को हम से दूर रख सकता है।

असली गोंद सियाह मंगाने के दिए गए नंबर पर संपर्क करें।

011 6120 5392
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